म्यूचुअल फंड निवेश में आपको स्कीम सिलेक्शन, मोनीटरिंग, एसेट अलोकेशन, स्विचिंग, रिव्यू और रि-बैलेंसिंग जैसे पहलू पर फोकस करना जरूरी है.